Book Details

Shrimad Bhagavad Geeta Hindi

Shrimad Bhagavad Geeta Hindi


परम श्रद्धेय स्वामी श्री रामसुखदास जी महाराज ने गीतोक्त जीवन की प्रयोगशाला से दीर्घकालीन अनुसंधान द्वारा अनन्त रत्नों का प्रकाश इस टीका में उतार कर लोक-कल्याणार्थ प्रस्तुत किया है, जिससे आत्मकल्याणकामी साधक साधना के चरमोत्कर्ष को आसानी से प्राप्त कर आत्मलाभ कर सकें। इस टीका में स्वामी जी की व्याख्या एक विद्वत्ता-प्रदर्शन की न होकर अपितु सहज करुणा से साधकों के लिए कल्याणकामी है। 1264 पेज में प्रस्तुत यह श्रीमद भगवद गीता साधक संजीवनी टीका हर एक मानव के लिए सदगुरू की तरह सच्ची मार्गदर्शिका है।

Author: Geeta Press

Pages: 1264

Issue By: eBook 707

Published: 2 years ago

Likes: 1

    Ratings (0)


Related Books